उत्तराखण्ड
उत्तराखंड- खटीमा में निकला नया हाकम, सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ की ठगी, थमा दिया नकली जॉइनिंग लेटर
उत्तराखंड- सरकारी नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी के मामले उत्तराखंड में आम हो गए हैं। सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ रुपयों की ठगी का मामला सामने आया है। यह मामला तब सुर्खियों में आया जब ठगी के शिकार हुए एक अभिभावक ने इस मामले में सोशल मीडिया में अपना वीडियो अपलोड कर, भाजपा के पूर्व पदाधिकारी के नाम का खुलासा किया है। जिसमें यह आरोप लगाया गया है, उसकी और पीड़ित की एक ऑडियो क्लिप भी वायरल हुई है, जांच आगे बढ़ी तो इस मामले में ठगी का शिकार हुए और लोगों के नाम भी सामने आए हैं। शुक्रवार को ठगी का शिकार हुए तीनों लोग मनोज रावत उर्फ बॉबी, सुरेश चंद्र, रमेश चंद्र ने सीओ ऑफिस में इस संबंध में अपना बयान भी दर्ज कराया है, बॉबी ने 35 लाख, सुरेश चंद ने 36 लाख और रमेश ने 28 लाख रुपए भाजपा के एक कथित नेता को देने की बात कही है।
बॉबी ने कहा कि वह भी भाजपा से जुड़ा हुआ है, इसलिए उसका भाजपा पदाधिकारी से पहले से ही परिचय था, आरोपी मई 2021 में उसके संपर्क में आया, उसने अपने दो बेटों के लिए 30 लाख बहु सहित अन्य परिवार वालों के लिए 5 लाख कुल मिलाकर 35 लाख दिए है, वही रमेश चंद्र ने चोरगलिया निवासी अपने दो भांजे और उनके एक खटीमा निवासी साथी के लिए सुरेश चंद ने अपने साढू भाई सहित नौ और रिश्तेदारों की नौकरी के लिए दिए, यह सभी मूल रूप से पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं। तीनों लोगों से इनके बच्चों के साथ एक प्रमाण पत्र रुद्रपुर में लिए गए, जब आरोपी से पूछा कि पेपर कब होंगे तो कहा कि तुम्हारे बच्चों के पेपर किसी और ने दिए हैं, उसके बाद फरवरी में आरोपी ने लैपटॉप से जॉइनिंग लेटर निकाला जब जॉइनिंग की तारीख आई तो बोला कि बायोमैट्रिक्स में दिक्कत आ रही है। इसलिए जॉइनिंग नहीं हो रही है।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक के आरोपी हाकम सिंह का मामला कुछ दिनों पहले उत्तराखंड एसटीएफ ने खुलासा किया है। वहीं अब खटीमा में बिना पेपर दिए ही नियुक्ति पत्र जारी करने वाला एक और हाकम सिंह सामने आया है, खटीमा के हाकम ने अब तक सामने आए नामों के करीब एक करोड़ पर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने का आरोप है। हालांकि ठगी गई रकम को ढाई करोड़ तक की आंका जा रहा है। ठगी का खेल फरवरी 2021 से चल रहा था, ठगी की पूरी पोल एक कथित वायरल ऑडियो से खुली है। बताया जा रहा है मामला खुलने पर आरोपी ने पीड़ितों से कहा है कि वह 15 जुलाई 2022 तक रुपए वापस कर देगा। इस बीच पुलिस उपाधीक्षक वीर सिंह ने कहा कि नौकरी दिलाने के नाम के संबंध में तहरीर मिली है, तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। साथ ही पीड़ितों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।