उत्तराखण्ड
उत्तराखण्ड कांग्रेस को आज मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष… क्या हैं समीकरण।
उत्तराखण्ड कांग्रेस में चल रहे उठा पटक में आज निर्णय के आसार हैं। इन्दिरा ह्रदयेश के देहांत के बाद नेता प्रतिपक्ष पद खाली पड़ा है। दिल्ली हाईकमान ने आज निर्णय लेना है, कि प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी किसे दी जा सकती है…?
जब तक दिल्ली हाईकमान की मोहर नही लगती तब तक कयास लगने जारी हैं, सूत्रों की मानें तो प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष एवं प्रकाश जोशी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर चर्चा होनी है, इस बीच पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गया है। प्रदीप टम्टा सोमेश्वर से विधायक के बाद लोकसभा एवं राज्यसभा दोनो सदनों के सदस्य रहे, वरिष्ठ नेता के साथ-साथ अनुभवी हैं।
कांग्रेस विधानसभा चुनाव में सभी तरह के समीकरण व ताल-मेल बैठाकर चुनावी दंगल में उतरने का मन बना चुकी है। उत्तराखण्ड में जातिय समीकरण की बात करें तो ठाकुर, दलित के बाद ब्राह्मण वोट हैं, कांग्रेस दलित वोट बैंक को अपनी तरफ डायवर्ड करने के लिए हरीश रावत के करीबी प्रदीप टम्टा को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दे सकती है।
हरीश रावत पूरी तरीके से उत्तराखण्ड कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरा है, कुछ दिनों में कांग्रेस मुख्यालय दिल्ली से भी यह घोषणा हो ही जाएगी। विधानसभा टिकट बटवारे से लेकर चुनावी प्रचार तक सब योजनाबद्ध तरीके से किया जाएगा, जमीनी उम्मीदवार को ही कांग्रेस आगामी चुनाव में मौका देगी।
साथ ही भाजपा भी चिंतन बैठक के ज़रिए आगामी चुनाव की तैयारियों में जुटने लगी है। भाजपा भी विधानसभा टिकट बटवारे में जमीनी सर्वे को प्राथमिकता देगी। वर्तमान स्थिति देखते हुए कांग्रेस में किसी भी तरीके का गुट नहीं है, कांग्रेस में वरिष्ठता के आधार पर इंदिरा ह्रदयेश के बाद हरीश रावत ही हैं। हरीश रावत की काबिलियत उत्तराखण्ड की जनता व दिल्ली हाईकमान भली भांति परिचित है।