उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: नगर आयुक्त ऋचा सिंह के नेतृत्व में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यशाला की गई आयोजित, बालिकाओं ने बताए असुरक्षित स्थान

हल्द्वानी: उच्च अधिकारियों के निर्देश पर नैनीताल जिले में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के अंतर्गत एक बार फिर से स्कूलों में संवेदीकरण कार्यशालाओं की शुरुआत की गई है। इसी क्रम में आज हरिपुर जमन सिंह इंटर कॉलेज, हल्द्वानी में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य विषय था – “बालिकाओं द्वारा असुरक्षित स्थानों का चिन्हीकरण”।
कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और छात्राओं से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं। महानगर आयुक्त ऋचा सिंह ने छात्राओं से पिछली कार्यशालाओं का फीडबैक लिया और उनसे ऐसे नए स्थानों के बारे में जानकारी ली जहां वे असुरक्षित महसूस करती हैं। उन्होंने अपना मोबाइल नंबर साझा करते हुए बालिकाओं से अपील की कि वे बिना किसी डर के अपनी समस्याएं सीधे उनके साथ साझा करें।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछली कार्यशालाओं में चिन्हित स्थानों पर संबंधित विभागों द्वारा कार्यवाही की जा चुकी है और जिलाधिकारी द्वारा इसके लिए स्पष्ट SOP भी जारी कर दी गई है। मुख्य सचिव के निर्देशानुसार ऐसी कार्यशालाएं अब पूरे राज्य में आयोजित की जाएंगी।
बाल विकास अधिकारी शिल्पा जोशी ने बाल विवाह और घरेलू हिंसा से संबंधित जानकारी दी और स्कूल प्रबंधन से कहा कि किसी भी बालिका की तीन दिन से अधिक अनुपस्थिति पर उनके अभिभावकों से तुरंत संपर्क किया जाए।
प्रोबेशन विभाग की काउंसलर तबस्सुम ने उत्तराखंड पुलिस ऐप और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी, वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बालिकाओं को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
बालिकाओं ने कार्यशाला में कई असुरक्षित स्थानों की पहचान की, जैसे कि सुनसान गलियाँ, बैंक्वेट हॉल, ढाबे, कुछ दुकानों के आस-पास के इलाके, जहाँ लड़के झुंड में खड़े रहते हैं और छेड़खानी जैसी घटनाएं करते हैं। कई लड़के शराब या नशे की हालत में बाइक से पीछा करते हैं, जिससे छात्राएं असुरक्षित महसूस करती हैं।
छात्राओं ने दिए सुझाव:
साइबर अपराध पर कार्यशालाएं
अभिभावकों के लिए जागरूकता सत्र
शराब की दुकानों, ढाबों और होटलों की नियमित जांच
तेज रफ्तार वाहनों पर सख्त कार्रवाई
सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग
असुरक्षित स्थानों पर CCTV और स्ट्रीट लाइट्स
पुलिस पेट्रोलिंग और ई-रिक्शा स्टैंड पर निगरानी
कार्यशाला में चिन्हित स्थानों और कारणों की रिपोर्ट समिति द्वारा जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी, जिससे संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए जा सकें।
इस अवसर पर सुपरवाइजर प्रियंका आर्या, स्कूल के प्रधानाचार्य, शिक्षिकाएं और छात्राएं उपस्थित रहीं।
कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओं के लिए भयमुक्त वातावरण बनाना है, ताकि वे आत्मविश्वास के साथ कहीं भी आ-जा सकें और असुरक्षा की भावना से मुक्त हो सकें।







