उत्तराखण्ड
गज़ब हैं जी… एक जिलाधिकारी बनवाते हैं, दूसरे उसे उखड़वाते हैं…
प्रदेश में इन दिनों पिछले कार्यकाल के निर्णयों को बदलना या पलटना एक फैशन सा बन चुका है। त्रिवेंद्र सरकार के अधिकतर सभी फैसले तीरथ सरकार द्वारा बदले जा रहें हैं, देवस्थानम बोर्ड से लेकर जिला प्राधिकरण तक कई फैसलें को पलटा गए हैं। इसी कड़ी में नैनीताल के पूर्व जिलाधिकारी द्वारा हल्द्वानी कैम्प कार्यालय के बाहर सड़क पर स्पीड ब्रेकर बनवाये गए, जिलाधिकारी महोदय द्वारा कैम्प कार्यालय की दीवारों पर वॉल पेंटिंग करवाई गई थी, उस पर राहगीरों की नज़र पड़ सके।
वर्तमान जिलाधिकारी द्वारा उन सभी स्पीड ब्रेकरों को उखड़वा दिया गया, क्योंकि वह स्पीड ब्रेकर कही न कही जाम की वजह बन रहें थे, वर्तमान जिलाधिकारी महोदय द्वारा इसलिए यह कार्य करवाया गया, ताकि आम जनता को परेशानियों का सामना न करना पड़े। जबकि पूर्व जिलाधिकारी महोदय का मामला बिल्कुल उलट था, जनता की परेशानियों से उनको कोई मतलब नही था, उन्हें लाखों का बजट खर्च कर दीवारों पर वॉल पेंटिंग जो दिखानी थी। ठीक जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री के व्यहार और कार्यशैली में अंतर देखने को मिलता है। यह कार्य लोक निर्माण विभाग के द्वारा करवाया गया।