उत्तराखण्ड
फिर सुलगती देवस्थानम बोर्ड की आग, तीर्थ पुरोहितों व हक-हकूकधारियों की महापंचायत…
देवस्थानम बोर्ड के विरोध की आग फिर सुलगनी शुरू हो गई है। त्रिवेंद्र सरकार में देवस्थानम बोर्ड नींव रखी गई थी, तीरथ सरकार द्वारा उस पर पुर्नविचार करने की बात तो कही गई पर सरकार द्वारा अभी तक इस पर कोई निर्णय नही लिया गया। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और विधायक विनोद चमोली द्वारा बयान दिए जाने के बाद, चारों धाम के तीर्थ पुरिहितो एवं हक-हकूकधारियों ने प्रदेश सरकार का जमकर विरोध करना शुरू कर दिया हैं।
उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम बोर्ड को लेकर तीर्थ पुरोहितों व हक-हकूकधारियों ने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया हैं। देवस्थानम बोर्ड के विरोध में महापंचायत ने निर्णय लिया हैं की बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के अलावा जहां-जहां तीर्थ पुरोहितों के परिवार रहते हैं, वह अपना विरोध दर्ज करेंगे 15जून को चारों धाम के तीर्थ पुरोहित सांकेतिक उपवास रखेंगे, 20जून को सरकार के बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन व यज्ञ किया जाएगा, 21जून को चारों धामों में धरना एवं प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
देवस्थानम बोर्ड को लेकर पुनर्विचार की बात पर अब सरकार की खामोशी कई सवालों को जन्म देती है। तीर्थ पुरोहितों और हक-हकूकधारियों ने स्पष्ठ शब्दों में विरोध दर्ज करते हुए मांग की हैं कि सरकार तत्काल बोर्ड को भंग करें, अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में तीर्थ पुरोहित एवं हक-हकूकधारी जवाब देंगे।