उत्तराखण्ड
मंत्री जी द्वारा ली जा रही बैठक के बीच कॉल उठाना इस अधिकारी को पड़ा भारी, चिढ़ गए नेता जी।
मंत्री जी द्वारा ली जा रही समीक्षा बैठक में एक अधिकारी का द्वारा कॉल रिसीव करना, इतना भारी पड़ गया कि मंत्री जी ने सीधे तौर पर उस अधिकारी की खिलाफत करनी शुरू कर दी है। उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री रेखा आर्या का अधिकारियों के साथ विवाद होना कोई बड़ा काम नहीं है।
मंत्री महोदया की अधिकारियों के साथ नोकझोंक आम बात है, ज़ाहिर सी बात है कि मंत्री द्वारा अधिकारियों पर दबदबा बनाना भी बहुत जरूरी होता है, तांकि अधिकारियों की कार्यशैली में बदलाव आ सकें।
राज्यमंत्री रेखा आर्या द्वारा कुछ दिन पहले अल्मोड़ा विकास भवन में कोविड-19 की समीक्षा बैठक ली जा रही थी। कोविड-19 की चल रही बैठक में अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरजी नौटियाल एवं जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया सहित जनपद के तमाम आलाधिकारी मौजूद थे।
कोविड-19 बैठक के दौरान अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज प्रचार्य पॉवर पॉइंट्स के माध्यम से व्यवस्थाओं की जानकारी दे रहे थे। उसी बीच विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान का प्राचार्य के पास फोन आया, प्राचार्य द्वारा प्रस्तुतीकरण पर विराम लगाते हुए, कॉल रिसीव कर लिया गया। विधानसभा उपाध्यक्ष से उन्होंने यह कहकर फोन काट दिया, कि वह अभी मंत्री महोदया के कार्यक्रम में हैं।
मंत्री जी को यह बात खटक गई, बैठक में मौजूद अफसरों ने बताया कि मंत्री जी ने डीएम से यह कहकर जताया, कि प्राचार्य को प्रोटोकॉल की समझ बताइए। लेकिन मौके पर प्राचार्य ने शालीनता के साथ वार्ता की
अब उसी मामले को लेकर मंत्री महोदया द्वारा 25 जून को स्वास्थ्य सचिव के नाम एक शिकायती पत्र लिख डाला, जिसमें साफ तौर पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पर आरोप लगाते हुए, उनको को हटाने की मांग की गई है।