उत्तराखण्ड
वन्यजीव तस्करों पर वन विभाग कर रहा है ऐसे निगरानी, मानसून में बढ़ते है शिकारी…
मानसून सीजन शुरू होते ही वन्यजीव तस्कर एवं शिकारियों की तादात बढ़ जाती है, वन्यजीवों को शिकारियों से होने वाले खतरे को देखते हुए वन विभाग लंबी गश्त शुरू कर दी है। इस गश्त को जीपीएस से मॉनिटर भी किया जा रहा है।
मानसून सीजन शुरू होते ही जंगलों में अवैध शिकार के मामले बढ़ जाते हैं। इसकी वजह लोगों का जंगलों में जाना कम हो जाता है, वन्यजीव भी आबादी के नजदीक मूवमेंट करने लगते हैं। इसका फायदा उठाकर शिकारी व तस्कर वन्यजीवों पर हमलावर हो जाते हैं।
इस बात को समझते हुए हर डिवीजन में मानसून शुरू होने के साथ ही 10-12 किमी की लंबी गश्त की जाती है। इसमें रेंज की टीम होती है, कभी-कभी दो रेंज की टीमें एक साथ गश्त करती हैं। यह टीमें रात को वन विभाग के गेस्ट हाउस में आराम करती हैं और अगले दिन आगे की गश्त पर निकलती हैं।
हल्द्वानी वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि गश्त को अलग-अलग तरीके से मॉनिटर किया जाता है। साथ ही इलाके विशेष में वन्यजीवों के दिखने की मानिटरिंग की जाती है, ताकि उनकी सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जा सकें।