आध्यात्मिक
रोजाना गाय के दूध से होगा भगवान तुंगनाथ का अभिषेक, पशुपालक को सौंपी गाय…
रुद्रप्रयाग। तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ का अब हर दिन गाय के दूध से अभिषेक किया जाएगा। इसके लिए केदारनाथ समाज सेवा ने स्थानीय पशुपालक को एक दुधारू गाय भेंट की है, जो सुबह का दूध तुंगनाथ धाम पहुंचाकर तीर्थ पुरोहित एवं वेदपाठियों को सौंपेगा और फिर पुजारियों की ओर से भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू लिंग का दूध से अभिषेक किया जाएगा।
बता दें कि कोरोना महामारी से पहले भगवान तुंगनाथ के कपाट खुलने के बाद स्थानीय श्रद्धालुओं, तीर्थ पुरोहित समाज, व्यापारियों तथा देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारियों का निरन्तर तुंगनाथ धाम में आवागमन जारी रहता था, जिससे समय-समय पर भगवान तुंगनाथ का गाय के दूध से जलाभिषेक होता रहता था।
मगर वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश सरकार द्वारा चारधाम यात्रा को स्थगित करने से तुंगनाथ धाम में स्थानीय श्रद्धालुओं का आवागमन न होने से भगवान तुंगनाथ का गाय के दूध से अभिषेक नहीं हो पा रहा था। ऐसे में केदारनाथ समाज सेवा की ओर से गाय की व्यवस्था करवाई गई है। जिससे अब भगवान तुंगनाथ का प्रतिदिन गाय के दूध से जलाभिषेक होता रहेगा। केदारनाथ समाज सेवा ने स्थानीय पशुपालक को गाय भेंट की है और पशुपालक द्वारा प्रतिदिन मखमली बुग्यालों से सुबह के समय गाय का दुग्ध तुंगनाथ धाम पहुंचाकर तीर्थ पुरोहित एवं वेदपाठियों को दिया जायेगा और उनकी ओर से भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू लिंग पर प्रतिदिन गाय के दुग्ध से जलाभिषेक किया जायेगा।
केदारनाथ समाज सेवा के अध्यक्ष राज शेखर लिंग ने बताया कि चोपता के बुग्यालों में प्रवास कर रहे बरंगाली के पशुपालक लखपत सिंह राणा को दुधारू गाय विधि-विधान से संकल्प कर सौंप दी गई है।
पशुपालक लखपत सिंह राणा ने बताया कि अभी वे चोपता के नजदीकी बुग्यालों में प्रवास कर रहे हैं और बरसात शुरू होने पर वे भी धीरे-धीरे तुंगनाथ धाम के आस-पास के बुग्यालों की ओर रुख करेंगे। वह हर दिन गाय का दूध निकालकर तुंगनाथ धाम पहुंचा दिया करेंगे, जिससे बाबा तुंगनाथ का अभिषेक किया जा सके। साथ ही चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद श्रद्धालुओं को अभिषेक के लिए भी दूध उपलब्ध करवाया जाएगा।