उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- बालिका शिक्षा में आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की भूमिका पर सेमिनार का आयोजन
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्द्वानी में “बालिका शिक्षा में आंतरिक शिकायत समिति (ICC) की भूमिका” विषय पर एक सारगर्भित सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करना और उनके शैक्षिक माहौल को सुरक्षित बनाने के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर रश्मि पंत ने इस आयोजन की भूमिका निभाई और स्वागत भाषण में इस विषय के महत्व को रेखांकित किया।सेमिनार में मुख्य अतिथि समाज सेविका, आशा फाउंडेशन से श्रीमती आशा शर्मा ने बालिका शिक्षा में आंतरिक शिकायत समिति (ICC) के महत्व पर चर्चा करते हुए बताया कि यह समिति एक ऐसा मंच है, जो बालिकाओं को किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार या उत्पीड़न की स्थिति में निडर होकर अपनी बात रखने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि ICC बालिकाओं के अधिकारों की सुरक्षा करते हुए उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होती है। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि नैनीताल हाईकोर्ट की अधिवक्ता खुशबु तिवारी शर्मा ने अपने विचारों में संवैधानिक पृष्ठभूमि को रखते हुए बताया कि किसी भी शिक्षण संस्थान में ICC का गठन न केवल बालिकाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करता है बल्कि उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक भी बनाता है। उन्होंने कहा कि इस समिति का उद्देश्य केवल शिकायतों का निपटारा करना ही नहीं, बल्कि एक सकारात्मक और सुरक्षित शैक्षिक वातावरण तैयार करना भी है, जिसमें सभी छात्राएँ निर्भय होकर शिक्षा प्राप्त कर सकें।कार्यक्रम की संयोजक प्रोफेसर रश्मि पंत ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बालिका शिक्षा के प्रति जागरूकता और उन्हें प्रोत्साहित करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। ICC का गठन इस दिशा में एक बड़ा कदम है, जो बालिकाओं को सुरक्षा और समानता का वातावरण प्रदान करता है। उन्होंने बालिकाओं को प्रेरित किया कि किसी भी तरह की समस्या होने पर वे ICC से संपर्क करने में संकोच न करें।अंत में, प्राचार्य प्रोफेसर ऐ के श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में अतिथियों और संयोजक प्रोफेसर पंत का आभार व्यक्त किया और इस महत्वपूर्ण विषय पर विचार-विमर्श करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने बालिका शिक्षा के महत्व और सुरक्षित शैक्षिक माहौल की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि ऐसे सेमिनार संस्थान को एक सुरक्षित और प्रेरणादायक वातावरण प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस दौरान कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक उपस्थित रहे।