उत्तराखण्ड
मुख्यमंत्री की शपथ से पहले, डैमेज कंट्रोल में क्यों जुटी भाजपा, दिल्ली के सम्पर्क में कई विधायक।
उत्तराखण्ड में जब तक नए मुख्यमंत्री की शपथ नहीं हो जाती है, तब तक कयासों का दौर जारी है। देवभूमि की सियासत इन दिनों राष्ट्रीय स्तर पर छायी है। सूत्रों के अनुसार सतपाल महाराज खेमा समेत अन्य खेमें नाराज चल रहें हैं, जिन्हें भाजपा व संघ द्वारा मनाने का प्रयास जारी है। उनका साफ तौर पर कहना है कि वरिष्ठता के आधार पर मुख्यमंत्री का चयन होना जरूरी है।
सूत्रों की माने तो अधिकतर वरिष्ठ विधायक नाराज़ हैं, बताया जा रहा है लगभग 35 विधायक अब सतपाल खेमें में हैं। हालांकि संघ और भाजपा संगठन अपने स्तर पर डैमेज कंट्रोल में जुटा है। पुष्कर सिंह धामी को रविवार यानी आज प्रातः 11बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी है। युवा विधायक को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी हाईकमान द्वारा सौंपी गई है, जिसे अब एक बड़ी चुनौती के रूप आगे बढ़ाना है। अब युवा मुख्यमंत्री की कैबिनेट में राजनीति के धुरंधर होंगे, कहते है न समय, किस्मत और राज योग, असंभव को भी संभव में तब्दील कर सकता है।