उत्तराखण्ड
उत्तराखंड – विधानसभा में नियुक्तियों के रद्द मामले में पूर्व स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष ने कही यह बात, पढ़िए पूरी ख़बर
उत्तराखंड विधानसभा में हुई नियुक्तियों को रद्द किए जाने के मामले पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि जब मेरे द्वारा की गई नियुक्तियों को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने वैध करार दिया तो नियुक्तियां रद्द क्यों की गई… विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूरी के निर्णय पर गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद बहुत बड़ा होता है, इसलिए इस मामले पर मेरा कोई कमेंट नहीं है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के अंदर बेरोजगारी बहुत है इसलिए यह कदम बेहद चिंतनीय नजर आ रहा है, यही नहीं उनके कार्यकाल में भर्तियां इसलिए की गई थी कि तात्कालिक आवश्यकता इन भर्तियों की थी, लेकिन अब जब इन भर्तियों को रद्द कर दिया गया है तो अब सरकार को उन परिवारों के बारे में भी सोचना चाहिए जिनकी नियुक्तियों को आज रद्द किया गया है… वही इस मामले में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा की विधानसभा अध्यक्ष ने जो निर्णय लिया वो स्वागत योग्य है…
लेकिन उम्मीद की जानी चाहिये की उत्तराखंड के अंदर जिन भर्तियों मे घोटाला हुआ है, उसमे भी इतनी ही तेज़ कार्यवाही होनी चाहिये, लेकिन uksssc मामले मे ऐसा नही हो रहा है, कांग्रेस की सरकार से मांग है की जैसे विधानसभा भर्तियों का निर्णय आया वैसे ही अन्य भर्तियों का निर्णय भी जल्द से जल्द आना चाहिये… और पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जानी चाहिए…