उत्तराखण्ड
टॉप की ख़बर पर लगी मोहर, ‘गणेश’ प्रदेश अध्यक्ष, ‘प्रीतम’ नेता प्रतिपक्ष और ‘हरदा’ मुख्यमंत्री चेहरा।
उत्तराखंड कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को लेकर चल रही सियासी उठापटक अब खत्म हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत को चुनाव संचालन समिति का अध्यक्ष तो वही उत्तराखंड कांग्रेस को गढ़वाल से युवा चेहरा पूर्व विधायक गणेश गोदियाल के रूप में नया प्रदेश अध्यक्ष अनुभवी और सरल नेता प्रीतम सिंह को सदन में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वहीं पंजाब कांग्रेस की तरह उत्तराखंड कांग्रेस में भी संतुलन बनाने के लिए एक अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं, रणजीत रावत, भुवन कापड़ी, जीतराम और तिलक राज बेहड़ इन चारों को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश के निधन के बाद से उत्तराखंड कांग्रेस में बदलाव को लेकर मीटिंग और चर्चाएं देहरादून से लेकर दिल्ली तक हो रही थी, ऐसे में अब मीटिंग और चर्चाओं का दौर समाप्त हो गया है। उत्तराखंड के हिमालय पुत्र हरीश रावत को कांग्रेस आलाकमान ने चुनाव संचालन समिति का अध्यक्ष बना दिया है, तो वही गढ़वाल से युवा तेज तर्रार नेता गणेश गोदियाल को अध्यक्ष और प्रीतम सिंह को सदन में नेता प्रतिपक्ष की अहम जिम्मेदारी आलाकमान ने दी है।
2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है पंजाब कांग्रेस की तरह उत्तराखंड में भी कांग्रेस आलाकमान ने चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर नया प्रयोग किया है, अब देखने वाली बात यह होगी कि इस प्रयोग का कांग्रेस को चुनाव में कितना लाभ मिलता है। क्योंकि पहले से ही गुटबाजी के दौर से गुजर रही कांग्रेस कैसे इन सबसे ऊपर पाएगी, कुल मिलाकर अगर बात की जाए तो कांग्रेस आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और गांधी परिवार के इस समय बेहद नजदीकी चल रहे हरीश रावत को उत्तराखंड में चुनाव संचालन समिति की अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर साफ कर दिया है, कि हरीश रावत ही उत्तराखंड कांग्रेस के खेवनहार रहे हैं। जो कि कांग्रेस को 2022 विधानसभा चुनाव के लहरों से निकालकर सत्ता के तट पर ले जाएंगे।