उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- किसान से फर्जीवाड़ा करने वाला रसूखदार शराब व्यवसाई हुआ अंडर ग्राउंड, कोर्ट से निकला एनवीडब्लयू, काम नहीं आई सत्ता से करीबी
Haldwani news हल्द्वानी के एक बड़े रसूखदार शराब व्यवसाई ने गौलापार में एक काश्तकार के नाम पर शराब का ठेका आवंटित कर दिया और कस काश्तकार को इस संबंध में कोई भनक नहीं लगी, जब आबकारी विभाग ने उससे करोड़ों रुपए का बकायादार बना दिया और उसके नाम से तहसील में बकायेदारों की सूची में शामिल कर दिया गया, जिससे काश्तकार की इमेज खराब हो गई है, काश्तकार जोकि गौलापार क्षेत्र के हरिपुर ठठौला गांव के रहने वाले है, जिनके नाम से हल्द्वानी का रसूखदार शराब कारोबारी ने पिथौरागढ़ में शराब का ठेका आवंटित करवा लिया, जब काश्तकार को इसके बारे पता लगा तो उनके द्वारा हल्द्वानी कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवा लिया गया था।
काश्तकार (किसान) बलकार सिंह ने बताया की हल्द्वानी निवासी शराब कारोबारी नवनीत अग्रवाल के खिलाफ उनके द्वारा पिथौरागढ़ में जीरो एफआईआर दर्ज कराई गई है, ये मामला वर्ष 2020-21 का है, जहां पर विदेशी मंदिरा दुकान का लाइसेंस पिथौरागढ़ में जारी किया जाता है, जबकि काश्तकार बलकार सिंह ने कहा कि कभी भी उन्होंने शराब व्यवसाय के लिए आवेदन नहीं किया था, फर्जी तरीके से उनके नाम और दस्तावेज का इस्तेमाल कर दुकान आवंटित कराई गई है। पिथौरागढ़ से मुकदमे को चंपावत ट्रांसफर किया गया है। बताया जा रहा है मुकदमा दर्ज होने के बाद न्यायालय द्वारा शराब कारोबारी के खिलाफ एनवीडब्ल्यू जारी किया गया, चंपावत पुलिस हल्द्वानी कारोबारी के आवास तक आ पहुंची, रसूखदार शराब व्यवसाई के बड़े संबंध होने के चलते मामला शांत हो गया और शराब कारोबारी अंडर ग्राउंड हो गया है।
आपको बता दें कि शराब व्यवसाई की राजनीतिक से लेकर शासन तक की अच्छी पकड़ है, साथ ही हल्द्वानी समेत कुमाऊं में बड़े कारोबारियों और मीडिया के बीच मजबूत पकड़ भी है। वही इस पूरे मामले में सीओ हल्द्वानी भूपेन्द्र सिंह धौनी ने बताया कि हल्द्वानी में एफआईआर दर्ज करवाई गई थी, जिसके बाद हल्द्वानी से पिथौरागढ़ केस को ट्रांसफर किया गया था। साथ ही पिथौरागढ़ से अब मुकदमे को चंपावत ट्रांसफर किया गया है, चंपावत जिला एवम सत्र न्यायालय द्वारा अभियुक्त शराब कारोबारी की अग्रिम जमानत खारिज करते हुए एनवीडब्ल्यू जारी किया गया, आपको बता दें चंपावत पुलिस एनवीडब्ल्यू के आधार पर शराब कारोबारी को हल्द्वानी गिरफ्तार कर न्यायालय पेश करने के उद्देश्य के आई तो थी पर सत्ताधारी पार्टी में मजबूत पकड़ रखने वाले शराब व्यवसाई चकमा देने में कामयाब हो गया, जिसके बाद अंडर ग्राउंड हो गया है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शराब व्यवसाई को हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिलने पर वह सुप्रीम कोर्ट के चक्कर काट रहा है।