उत्तराखण्ड
जानिए कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने किस बात का किया समर्थन…
माननीय मुख्यमंत्री जी
आप विदित है कि वर्तमान में कोरोना महामारी के समय से पुलिस कर्मियों द्वारा ट-लाइनर के रूप में आम जनता की भरपूर मदद की जा रही है। इसी परिपेक्ष्य में मैं आपका ध्यान वर्ष 2001 एवं 2002 में मती पुलिस कार्मिको की वेतन विसंगति के सम्बन्ध में
मेरे संज्ञान में आया है कि छठे वेतन आयोग की सिफारिस लागू होने के पश्चात पुलिस विभाग में 10 वर्षों की तोषजनक सेवा पूर्ण होने पर भी पुलिस आरक्षियों को 4600 दिया जा रहा है जिसे वेतन आयोग के लागू होने से पूर्व पूर्ववर्ती सरकार द्वारा -2017 के आधार पर बीस वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण होने पर 4800 ग्रेड-पे दिये जाने के आदेश दिये गये थे जो कि पूर्व के पुलिस कार्मिकों को यथावत प्रदान रहा है किन्तु वर्तमान में 2001 में भर्ती पुलिस कार्मिकों को गत वर्ष माह अक्टूबर 20 पूर्ण उपरान्त भी 4600 के स्थान पर 2800 ग्रेड-पे प्रदान किया जा रहा है। उक्तानुसार वेतन विसंगति होने से इन फट लाइन वर्करों जिनके द्वारा कोरोना काल
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जीवन सुरक्षित किया जा रहा है का मनोबल गिर रहा है। चूंकि पुलिस बल एक
अनुशाबिल है इनके द्वारा अन्य राज्य कर्मियों की भाँति अपनी पीड़ा सार्वजनिक रूप से
मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि पुलिस कार्मिकों को बीस वर्ष की सेवा उपरान्त 4600. ग्रेड प्रदान करने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित करने का काट करें।
सादर
आपका,
(यशपाल आर्य)