उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: (ठंड में खिदमत-ए-खल्क) जमीयत उलेमा-ए-हिन्द की इंसानियत भरी पहल
जमीयत उलेमा-ए-हिन्द की यह सेवा और खिदमत-ए-खल्क की पहल वाकई सराहनीय है। मौलाना अरशद मदनी के नेतृत्व में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द और उनके कार्यकर्ता इस ठंड के मौसम में जरूरतमंदों तक राहत पहुंचा रहे हैं। विशेष रूप से, सड़क किनारे सो रहे लोगों को लिहाफ़ उढ़ाने का काम यह दर्शाता है कि संस्था ज़मीन से जुड़कर समाज की सेवा कर रही है।
मौलाना मुक़ीम क़ासमी और मौलाना आसिम साहब की यह कोशिश न केवल इंसानियत की मिसाल है, बल्कि एक संदेश भी है कि हर व्यक्ति को अपने स्तर पर ज़रूरतमंदों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस तरह की पहल से न केवल लोगों को राहत मिलती है, बल्कि समाज में इंसानियत और भाईचारे का पैग़ाम भी मजबूत होता है।