उत्तराखण्ड
हल्द्वानी : अग्निकांड मामले में सिटी मजिस्ट्रेट ने विभागों को किया तलब, फायर हाइड्रेंट और जल आपूर्ति में लापरवाही पर सवाल
हल्द्वानी में 15 दिसंबर को हुए अग्निकांड के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने फायर हाइड्रेंट और पानी की आपूर्ति व्यवस्था में पाई गई खामियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। इस संदर्भ में विभिन्न विभागों, विशेषकर अग्निशमन विभाग, जल संस्थान, और जल निगम को विस्तृत निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य बिंदु:
- अग्निशमन विभाग से जानकारी
अग्निकांड की सूचना कंट्रोल रूम को कितने बजे मिली?
अग्निशमन वाहन कितने बजे घटनास्थल के लिए रवाना हुए?
जल संस्थान को पानी की आपूर्ति के लिए कितने बजे संपर्क किया गया?
- फायर हाइड्रेंट की स्थिति
घटना के दौरान ताज चौराहा और सिंधी चौराहा के फायर हाइड्रेंट निष्क्रिय पाए गए।
जल आपूर्ति लाइन में देरी के कारण अग्निशमन कार्य में बाधा हुई।
- जल संस्थान से जानकारी
जल आपूर्ति बहाल करने के लिए कौन-कौन से कदम उठाए गए?
ट्यूबवेल संचालन और फायर हाइड्रेंट को सुचारु करने में देरी का कारण क्या था?
- सभी विभागों के समन्वय की कमी
अग्निशमन और जल विभागों के बीच सूचना के आदान-प्रदान में हुई देरी की समीक्षा।
भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समन्वय प्रक्रिया में सुधार के निर्देश।
सख्त निर्देश:
सिटी मजिस्ट्रेट ने सभी संबंधित विभागों को अग्निकांड के समय की गई कार्रवाइयों का पूर्ण विवरण देने का आदेश दिया है। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए तैयारियों को पुख्ता करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।