उत्तराखण्ड
आख़िर किसके संरक्षण में शराब तस्कर हैं बेखौफ़…
हल्द्वानी: कोविड के चलते लॉकडाउन में शराब तस्कर शहर में बेखौफ तरीके से शराब तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। ज़ाहिर है तस्करी बिना मिलीभगत के नहीं हो सकती हैं, तस्करों को आखिर किसका संरक्षण… यही सवाल इन दिनों बाजार में गर्म हैं।
बेखौफ शराब तस्करों पर तस्करी को बढ़ावा देने का संरक्षण आबकारी विभाग के साथ साथ पुलिस का भी नज़र आता हैं, इन सब महकमों तक सेटिंग करवाने वाले कुछ छुटभय्ये नेता हैं। इन दिनों शराब तस्करी का प्रमुख गढ़ तिकोनिया है, जहां शहर के चारो दिशाओं से अवैध शराब, तस्करों के द्वारा लक्जरी वाहनों में पहुचाई जाती हैं। रोजाना सुबह 3बजे से 5बजे तक तस्करों द्वारा शराब को ठिकाने लगाने का काम किया जाता हैं, शराब स्वामी को तस्करों द्वारा शराब का भुगतान भी गूगल-पे, फोन-पे जैसे ऑनलाइन एप से की जाती हैं। सूत्रों की माने तो शराब तस्करी ही आबकारी और पुलिस के संरक्षण में शराब की दुकानों से करवाई जा रही हैं। साधारण सा सवाल है लगभग एक महीने से लॉकडाउन जारी है, शराब की दुकान खुले बिना सभी उपभोक्ताओं तक शराब होम डिलीवरी हो रही हैं, कौन हैं ये शराब तस्कर…?
शराब तस्करों की वैसे तो शहर में बाढ़ जैसी आ गई हैं, पर कुछ शराब तस्करों के दर्जनों गुर्गे अवैध शराब बेचते हैं, गुर्गों के ऊपर उनका आका का संरक्षण, आका के ऊपर पुलिस और आबकारी विभाग का संरक्षण, कार्यवाई के नाम पर पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा खानापूर्ति की जाती है। शराब तस्करों द्वारा सरकार के राजस्व को प्रत्येक महीने के करोड़ो का चूना लगाया जाता है।
हल्द्वानी के शहर कोतवाली समेत मुखानी थाना, भोटिया पड़ाव, आरटीओ रोड चौकी, मंगल पड़ाव, राजपुरा चौकी, जवाहर नगर चौकी क्षेत्र में इन दिनों शराब तस्करों की भरमार हैं। आप जैसे बार में अपने पैक के लिए ऑर्डर देते हैं, वैसे ही इन दिनों आप तस्करों को अपना पसंदीदा ब्रांड व्हाट्सएप करेंगे शराब आप तक सुरक्षित पहुंच जाएगी।
शराब तस्करों में कुछ सत्ताधारी दल के छुटभय्या नेता हैं, तो कुछ पुलिस के संरक्षण में जमकर काम कर रहे हैं, तिकोनिया के पास एक बड़ा और चर्चित शराब तस्कर, जो आई20 से नीचे नही उतरता है, जिसके द्वारा सभी चौकी, थानों में सेटिंग करवाई जाती हैं, ताकि तस्करी में किसी भी तरह की रुकावट न आ सकें।
शहर में कुछ शराब तस्करों द्वारा अवैध जहरीली शराब की खपत भी करवाई जा रही हैं, थैली में परोसी जाने वाली यह शराब बेचकर, तस्कर किसी अनहोनी का इंतजार कर रहें हैं। पुलिस और आबकारी महकमें को सब पता हैं… कौन, कहा और कब तस्करी कर रहा हैं, पर कार्यवाई न करने की मोटी रकम जो होती है।