उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: ओखलकांडा सड़क हादसे के पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिलने पर धरना, हरीश पनेरु ने जिला प्रशासन पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप

हल्द्वानी: ओखलकांडा ब्लॉक के पतलोट में पिछले वर्ष हुए दर्दनाक सड़क हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को अब तक पूरा मुआवजा नहीं मिला है। इसी मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारी और पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु ने सोमवार को ओखलकांडा से आए ग्रामीणों के साथ हल्द्वानी में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
धरने के दौरान पनेरु ने जिला प्रशासन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि जून 2024 में हुए इस हादसे में सात लोगों की जान गई थी। घटना के बाद स्थानीय विधायक राम सिंह कैड़ा और प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की थी और इसका लिखित आश्वासन भी दिया गया था।
हरीश पनेरु ने बताया कि शुरुआत में दो-दो लाख रुपये के चेक भी दिए गए थे, लेकिन वे भी बाउंस हो गए थे। बाद में जब यह मामला मीडिया में आया, तो प्रशासन ने आनन-फानन में वे चेक दोबारा जारी किए। हालांकि, अब तक बाकी के दो-दो लाख रुपये परिजनों को नहीं मिले हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विधायक केवल पीड़ितों के साथ फोटो खिंचवाने तक सीमित रहे हैं, लेकिन मुआवजा दिलाने में कोई ठोस पहल नहीं की।
पनेरु ने यह भी बताया कि हादसे में कुछ बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया, फिर भी प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की संवेदनशीलता ना के बराबर है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही शेष मुआवजा नहीं दिया गया, तो पीड़ित परिजन डीएम कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना देंगे।







