उत्तराखण्ड
‘हरदा’ की दहाड़ में बसता है पहाड़, भाजपा के लिए हरीश रावत ही चिंतन…
उत्तराखण्ड में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के लिए किलेबंदी शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। हरीश रावत यानी हर उत्तराखंडी का हरदा… ‘हरदा’ के व्यक्तित्व पर ही भाजपा चिंतन व मंथन कर रहीं है।
भाजपा द्वारा चुनावी समीकरण को अपने पक्ष में रखने के लिए पिछले चार साल में तीन मुख्यमंत्री बना दिये गए। त्रिवेन्द्र, तीरथ और अब पुष्कर सरकार… भाजपा अभी जनता को यह जवाब नहीं दे पा रही है, कि जब भाजपा सरकार ठीक चल रही थी, उस दशा में भी मुख्यमंत्री क्यों बदले गए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की हर गतिविधियों व सोशल मीडिया पर भाजपा व संघ की पैनी नज़र बनी हुई है, भाजपा भी जानती है कि राजनीति के खिलाड़ी हरीश रावत का हर बयान तार्किक और सटीक तथ्यो के साथ पेश की गया होता है, जिससे आम जनता पर विशेष प्रभाव पड़ता है। प्रभाव भी इसलिए पड़ता है क्योंकि ‘हरदा’ समाज के हर वर्ग की बात करते हैं।
पहाड़ और उत्तराखंडियत की बात करने वाले ‘हरदा’ अब कांग्रेस से मुख्यमंत्री का चेहरा हैं। आम आदमी से ‘हरदा’ का सीधा लगाव ही, उनकी सरलता व लोकप्रियता का परिचय देती है। भाजपा का चिंतन का विषय यही है कि कैसे ‘हरदा’ किले को भेदने का कार्य किया जाय।
भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं को लुभाने का प्रयास जारी है। युवा मुख्यमंत्री बनाकर प्रदेश के यूथ को पक्ष में रखने का काम किया गया है, साथ ही मैदानी क्षेत्र से दो बार के विधायक को मुख्यमंत्री पद से इसलिए नवाजा गया है तांकि किसानों को साधने में सफलता मिल सके, पर धरातल की हकीकत कुछ अलग ही है।
मुख्यमंत्री की शपथ लेने से पहले पुष्कर धामी को रूठे वरिष्ठ भाजपा विधायकों को मनाने का काम किया गया, सूत्रों की माने तो गृह मंत्री अमित शाह द्वारा रूठे विधायको को फोन कर समझाया गया है। मनाने के एवज में उन्हें मलाईदार मंत्रालय परोसे गए हैं, उस समय नाराज चल रहे तीनों वरिष्ठ विधायको को पहले से मंत्रालय के अलावा लो0नि0वि0, ऊर्जा व आबकारी जैसे मंत्रालय परोसे गए है।
उधर कांग्रेस हाईकमान से प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष की औपचारिक एलान होना बाकी है। जबकि सूत्रों के हलावे से चली खबरों में कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री का चेहरा हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात कही गई थी, खबरें चलने के बाद इसकी पुष्टि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता द्वारा भी की गई थी।