उत्तराखण्ड
हल्द्वानी : सीनियर पीसीएस अधिकारी ऋचा सिंह ने स्कूली छात्राओं से असुरक्षित स्थानों के चिन्हीकरण” विषय पर की चर्चा…
आज दिनांक 06 सितंबर 2024 को GGIC, जेल रोड चौराहा, हल्द्वानी में महिला एवम बाल विकास विभाग नैनीताल द्वारा जिलाधिकारी महोदया के निर्देशों के क्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत “बालिकाओं द्वारा असुरक्षित स्थानों के चिन्हीकरण” विषय में कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में जनपद के विभिन्न विभाग जैसे पुलिस, स्वास्थ, शिक्षा एवम परिवीक्षा विभाग से आए हुए अधिकारियों द्वारा बालिकाओं से उनकी समस्याओं के बारे में चर्चा की गई। अपर निदेशक, प्रशिक्षण श्रीमती ऋचा सिंह एवम बाल विकास अधिकारी, हल्द्वानी शिल्पा जोशी द्वारा बालिकाओं से ऐसे स्थानों के बारे में पूछा गया जहां पर वह असुरक्षित महसूस करती हैं। बालिकाओं द्वारा हल्द्वानी में विभिन्न स्थानों को चिन्हित किया गया जैसे हीरानगर का योगा पार्क, बागजाला वाला रास्ता, गौलापार, त्रिमूर्ति मंदिर के पास, कमलुआगांजा, लालडांठ चौराहा, 03 नंबर फार्म, डहरिया, जवाहरनगर, अम्बेडकरनगर, शनि बाजार, समता आश्रम गली, आदि। बालिकाओं द्वारा स्वयं के साथ हुई घटनाओं का विवरण दिया गया, उनके द्वारा बताया गया की स्कूल की छुट्टी के समय गेट के पास लड़के खड़े होकर छेड़खानी करते हैं और घर तक पीछा करते हैं और ऑटो वाले जबरदस्ती बैठाने के लिए भीड़ लगा लेते हैं। साथ ही असुरक्षित महसूस किए जाने की कई और वजह भी बताई गई जैसे युवक झुंड बना कर खड़े रहते हैं, शराब या नशे का सेवन करते हैं, गाड़ी स्पीड से चलाते हैं और आते जाते लड़कियों को छेड़ते हैं आदि। कार्यशाला मे बालिकाओं ने कुछ सुझाव भी पेश किए जैसे स्कूलों के आसपास छुट्टी के समय पुलिस की गश्त, ऑटो चालक एवम ई–रिक्शा चालक का सत्यापन, ऑटो या रिक्शा स्टैंड पर एवम अन्य चिन्हित स्थानों पर पेट्रोलिंग आदि। इस कार्यशाला में चिन्हित स्थानों एवम कारणों के साथ समिति अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी महोदया को प्रेषित करेगी जिससे संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा। कार्यक्रम में डा. आयुषी ने महिला स्वास्थ संबंधी, पुलिस विभाग से ऐस. आई. ज्योति कोरंगा ने महिला हेल्पलाइन ऐप और जिला प्रोबेशन कार्यालय से तबस्सुम ने हेल्पलाइन नम्बर्स
की जानकारी दी। शिक्षा विभाग से यशोदा शाह ने कार्यक्रम का संचालन किया। इन लगातार हो रहे कार्यक्रमों का उद्देश्य भय मुक्त वातावरण को बनाना है जहां बालिकाएं स्वयं को असुरक्षित ना महसूस करें और विश्वास के साथ कहीं भी आ जा सके, उन्हें आने-जाने में भय ना लगे और जिस भी क्षेत्र में छेड़छाड़ या बच्चियों को असुरक्षा महसूस हुई है उनमें जिलाधिकारी महोदया के निर्देशानुसार कार्यवाही की जा रही है। कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या एवम शिक्षिकायें,सुपरवाईजर सुशीला ग्वाल उपस्थित रहे।