उत्तराखण्ड
हल्द्वानी : प्रतिष्ठित रुमेटोलॉजिस्ट डा. विनोद रविंद्रन ने “गर्भावस्था में गठिया एवं ऑटोइम्यून रोगों की प्रबंधन रणनीति” विषय पर दिया व्याख्यान…

राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी के मेडिसिन विभाग के रूमेटोलॉजी यूनिट द्वारा लेक्चर थियेटर में शैक्षणिक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केरल से आए प्रतिष्ठित रुमेटोलॉजिस्ट प्रोफेसर डा. विनोद रविंद्रन ने “गर्भावस्था में गठिया एवं ऑटोइम्यून रोगों की प्रबंधन रणनीति” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
प्रोफेसर डा.रविंद्रन ने बताया कि ऑटोइम्यून रोगों से ग्रसित महिलाओं को गर्भधारण से पूर्व एवं गर्भावस्था के दौरान विशेष चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है। उन्होंने रोग की गतिविधि की मॉनिटरिंग, लक्षणों की पहचान, तथा गर्भावस्था के दौरान आवश्यक दवाओं को महिला रोग विशेषज्ञ एवं गठिया रोग विशेषज्ञ की देखरेख में जारी रखने के महत्व को रेखंांकित किया। उन्होंने यह भी जोर दिया कि ऐसी स्थितियों में गर्भावस्था की पूर्व योजना बनाना न केवल मां के स्वास्थ्य के लिए, बल्कि शिशु की सुरक्षा के लिए भी अनिवार्य है, सही परामर्श एवं गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित दवाओं से इन जटिलताओं को नियंत्रित किया जा सकता है। डा. रविन्द्रन ने बताया की गठिया एवम ऑटोइम्यून रियुएमटिक डिजीज जो की कम उम्र की महिलाओं मंे ज््यादा पाया जाता है और गठिया रोग की कुछ दवाएं ऐसे रोगियों को नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि यह दवाएं गर्भावस्था में भ्रूण को नुकसान पहुचा सकती है। गर्भावस्था के दौरान ऐसे रोगियो को उचित चिकित्सीय परामर्श के साथ ही गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित दवाओं का ही प्रयोग करना चाहिए। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ संकाय सदस्यों ने डॉ विनोद रविन्द्रन को पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
डा0 अरूण जोशी प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज ने कहा कि मेडिसिन विभाग के रूमेटोलॉजी यूनिट की यह सराहनीय पहल है इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजनों से भावी चिकित्सकों को महत्वपूर्ण चिकित्सकीय जानकारी मिलती है, जिसका लाभ मरीजों के उपचार में मिलेगा और चिकित्सकीय गुणवत्ता में और अधिक सुधार होगा।
कार्यशाला में डा. आर.जी. नौटियाल, डा. उमेश, डा. गोदावरी जोशी, डा. साधना अवस्थी, डा. सलोनी उपाध्याय, डा. हरिशंकर पांडे, डा. रितु रखोलिया, डा. महिमा, डा. परमजीत सिंह, डॉ सुधीर वर्मा, डॉ रवि शर्मा, डा. गणेश, डा. गौरी जंगपांगी, समेत रेजीडेंट चिकित्सक व पी0जी0, एम.बी.बीएस. के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।







