उत्तराखण्ड
हल्द्वानी : लोकधुनों की झंकार से गूंजा हल्द्वानी — आरएस राइजिंग ने पेश किया “झुमका”कुमाऊं की लोक संस्कृति को समर्पित लोकगीत “झुमका”
लोकधुनों की झंकार से गूंजा हल्द्वानी — आरएस राइजिंग ने पेश किया “झुमका”कुमाऊं की लोकसंस्कृति को समर्पित लोकगीत “झुमका” के परिचय कार्यक्रम में कलाकारों ने बाँधा समांहल्द्वानी, 14 अक्टूबर। कुमाऊं की लोकसंस्कृति को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने के उद्देश्य से आरएस राइजिंग द्वारा आज बीकानेर रेस्टोरेंट, हल्द्वानी में लोकगीत “झुमका” का भव्य परिचय कार्यक्रम आयोजित किया गया।यह गीत पहले ही रिलीज़ हो चुका है, लेकिन आज का आयोजन मीडिया, स्थानीय कलाकारों और संगीत प्रेमियों के बीच इसके सांस्कृतिक महत्व और रचनात्मक यात्रा को साझा करने के लिए किया गया। कार्यक्रम में गीत की निर्माण प्रक्रिया, संगीत संयोजन और इसकी लोकधुनों की गहराई पर विस्तार से चर्चा हुई।मुख्य कलाकार श्वेता मेहरा ने कहा कि “झुमका” सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि कुमाऊं की आत्मा की अभिव्यक्ति है। इस गीत के माध्यम से हमने अपनी लोकसंस्कृति की उस खूबसूरती को दुनिया तक पहुँचाने का प्रयास किया है, जो अब भी हमारे गाँवों, मेलों और त्योहारों में बसी है।उन्होंने आगे कहा कि आज के युवा जहां आधुनिक संगीत से जुड़ रहे हैं, वहीं ऐसे गीत लोकसंगीत को एक नई पहचान देने का काम कर रहे हैं।इस अवसर पर पंकज रावत, इन्दर आर्या, विरेंद्र सिंह बिष्ट, दीपक दानी, संजय रावत, तुषार बिष्ट और देवेंद्र नेगी सहित कई स्थानीय कलाकार और संगीत प्रेमी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन टीम आरएस राइजिंग द्वारा किया गया।




