उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने वर्तमान सांसद से पूछे यह आठ सवाल, क्या इन सवालों का जवाब देंगे अजय भट्ट ?
हल्द्वानी में कांग्रेस कार्यालय स्वराज आश्रम में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए लोकसभा प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने केंद्रीय राज्य मंत्री व नैनीताल से भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट से 8 सवाल पूछे हैं। प्रकाश जोशी ने कहा कि अजय भट्ट के केंद्र में मंत्री रहते हुए आखिर कैसे अग्निवीर जैसी योजना युवाओं को बेरोजगार करने के लिए आई इसका संसद में विरोध क्यों नहीं किया? इसी प्रकार सैनिक स्कूल सहित तमाम ऐसे मामलों को लेकर सांसद अजय भट्ट से सवाल पूछे हैं।
वर्तमान सांसद और भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट क्या कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी द्वारा पूछे गए आठ सवालों का जवाब देंगे…?
कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी के यह हैं पूछे गए आठ सवाल…
- उत्तराखंड के लाखों युवाओं का सपना सेना में भर्ती होने का होता है, क्योंकि यहां घर-घर में शौर्य की गाथाएं हैं। सेना की भर्ती केवल नौकरी नहीं है, अपितु उत्तराखंड का जो नौजवान देश की सीमा की रक्षा करने के लिए सीने पर गोली खाने के लिए तैयार है, उसके परिवार को सैनिक होने के नाते लंबी अवधि तक आर्थिक सुरक्षा भी मिलती है. लोकतंत्र में निर्णय कर चुनी हुई सरकार यानी संबंधित विभाग के मंत्री लेते हैं। आपके केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री रहते अग्निवीर योजना लागू हुई। आपने उत्तराखंड और देश के नौजवानों के साथ 4 साल की अग्निवीर योजना लागू कर उन्हें सड़क पर क्यों छोड़ दिया? उत्तराखंड के युवाओं के साथ ऐसा अन्याय क्यों किया?
- आप 5 वर्ष की सांसद निधि 17 करोड़ में से केवल 7 करोड़ रुपए खर्च कर पाए। आपने क्षेत्र को 10 करोड रुपए के विकास कार्य से वंचित क्यों किया? जब आप अपने अधिकार क्षेत्र की राशि ही खर्च नहीं करना चाहते तो क्षेत्र के विकास के लिए योजनाएं कैसे ला पाएंगे?
- हर सांसद को अपने संसदीय क्षेत्र में कुछ गाव गोद लेने थे। आपने भी लिये, गोद लेते समय पहली बार फोटो खिंचवाने के अलावा आप उस गांव में कितनी बार गए? आपने उसे अनाथ क्यों छोड़ दिया? उस गांव की जनता को आपसे इतनी शिकायतें क्यों है? जब आप एक गांव में विकास कार्य नहीं कर पाए तो आप पूरे संसदीय क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी कैसे ले पाएंगे ?
- कुमाऊं रेजीमेंट उत्तराखंड के शौर्य और गौरव का प्रतीक है। 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में कुमाऊं रेजीमेंट के मात्र 120 सिपाहियों ने चीन के 5000 सैनिकों को धूल चटाई और वीरगति पाई थी। 120 में से मात्र 6 जवान जिंदा बच्चे थे। कुमाऊं रेजीमेंट की अदम्य वीरता और शहादत के प्रतीक के तौर पर रेजांगला स्थित युद्ध स्मारक बना था। जिस जमीन की रक्षा के लिए कुमाऊं रेजिमेंट की पूरी बटालियन शहीद हो गई वह जमीन आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते हुए चीन को क्यों दे दी? आपने चीन की सेवा को कुमाऊं रेजीमेंट के गौरव का प्रतीक युद्ध स्मारक क्यों तोड़ने दिया? आपने देश पर जान न्योछावर करने वाले सैनिकों और समूचे उत्तराखंड का ऐसा घोर अपमान क्यों किया।
- रक्षा राज्यमंत्री होने के साथ-साथ आप इतने भाग्यशाली रहे कि पर्यटन राज्य मंत्री भी रहे। उत्तराखंड की पूरी अर्थव्यवस्था का सबसे बडा हिस्सा पर्यटन पर आश्रित हैं, लेकिन आपके पर्यटन राज्यमंत्री रहते हुए उत्तराखंड में पर्यटन की विकास की कोई भी बडी योजना नहीं आई। यह क्यों नहीं माना जाए कि आपका वर्तमान सांसद से सीधे सवाल
- उत्तराखंड के लाखों युवाओं का सपना सेना में भर्ती होने का होता है, क्योंकि यहां घर-घर में शौर्य की गाथाएं हैं। सेना की भर्ती केवल नौकरी नहीं है, अपितु उत्तराखंड का जो नौजवान देश की सीमा की रक्षा करने के लिए सीने पर गोली खाने के लिए तैयार है, उसके परिवार को सैनिक होने के नाते लंबी अवधि तक आर्थिक सुरक्षा भी मिलती है. लोकतंत्र में निर्णय कर चुनी हुई सरकार यानी संबंधित विभाग के मंत्री लेते हैं। आपके केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री रहते अग्निवीर योजना लागू हुई। आपने उत्तराखंड और देश के नौजवानों के साथ 4 साल की अग्निवीर योजना लागू कर उन्हें सड़क पर क्यों छोड़ दिया? उत्तराखंड के युवाओं के साथ ऐसा अन्याय क्यों किया?
- आप 5 वर्ष की सांसद निधि 17 करोड़ में से केवल 7 करोड़ रुपए खर्च कर पाए। आपने क्षेत्र को 10 करोड रुपए के विकास कार्य से वंचित क्यों किया? जब आप अपने अधिकार क्षेत्र की राशि ही खर्च नहीं करना चाहते तो क्षेत्र के विकास के लिए योजनाएं कैसे ला पाएंगे?
- हर सांसद को अपने संसदीय क्षेत्र में कुछ गाव गोद लेने थे। आपने भी लिये, गोद लेते समय पहली बार फोटो खिंचवाने के अलावा आप उस गांव में कितनी बार गए? आपने उसे अनाथ क्यों छोड़ दिया? उस गांव की जनता को आपसे इतनी शिकायतें क्यों है? जब आप एक गांव में विकास कार्य नहीं कर पाए तो आप पूरे संसदीय क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी कैसे ले पाएंगे ?
- कुमाऊं रेजीमेंट उत्तराखंड के शौर्य और गौरव का प्रतीक है। 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में कुमाऊं रेजीमेंट के मात्र 120 सिपाहियों ने चीन के 5000 सैनिकों को धूल चटाई और वीरगति पाई थी। 120 में से मात्र 6 जवान जिंदा बच्चे थे। कुमाऊं रेजीमेंट की अदम्य वीरता और शहादत के प्रतीक के तौर पर रेजांगला स्थित युद्ध स्मारक बना था। जिस जमीन की रक्षा के लिए कुमाऊं रेजिमेंट की पूरी बटालियन शहीद हो गई वह जमीन आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते हुए चीन को क्यों दे दी? आपने चीन की सेवा को कुमाऊं रेजीमेंट के गौरव का प्रतीक युद्ध स्मारक क्यों तोड़ने दिया? आपने देश पर जान न्योछावर करने वाले सैनिकों और समूचे उत्तराखंड का ऐसा घोर अपमान क्यों किया।
- रक्षा राज्यमंत्री होने के साथ-साथ आप इतने भाग्यशाली रहे कि पर्यटन राज्य मंत्री भी रहे। उत्तराखंड की पूरी अर्थव्यवस्था का सबसे बडा हिस्सा पर्यटन पर आश्रित हैं, लेकिन आपके पर्यटन राज्यमंत्री रहते हुए उत्तराखंड में पर्यटन की विकास की कोई भी बडी योजना नहीं आई। यह क्यों नहीं माना जाए कि आपका पर्यटन राज्यमंत्री होना आपके लिए तो भाग्यशाली रहा लेकिन उत्तराखंड के लिए दुर्भाग्यशाली? पर्यटन राज्यमंत्री होना आपके लिए तो भाग्यशाली रहा लेकिन उत्तराखंड के लिए दुर्भाग्यशाली?
- उत्तर प्रदेश के 6 शहरों में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तैयार हो रहा है, इसी तरह तमिलनाडु के हर जिले को डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में शामिल किया गया है। इससे इन दोनों राज्यों में लाखों करोड का निवेश और लाखों रोजगार पैदा होंगे। हमें उम्मीद थी कि आप अपने प्रदेश के लिए भी कुछ करेंगे, परंतु आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते उत्तराखंड के एक जिले का चयन भी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए क्यों नहीं किया गया?
- उत्तराखंड के 5 शहरों में नवीन केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव कागजों पर स्वीकृत है। इसमें एक भी केंद्रीय विद्यालय उधम सिंह नगर नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में नहीं है। सांसद महोदय बताएं कि केंद्र सरकार में मंत्री रहने के बावजूद उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में एक भी नवीन केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रयास क्यों नहीं किया?
- आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते उत्तराखंड में नवीन सैनिक स्कूल खोलने का प्रस्ताव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के मोड पर क्यों गया? क्या आप एक सैनिक स्कूल भी सरकारी खर्च पर नहीं खोल सकते थे? और सरकारी खर्च पर खुलने वाला नया सैनिक स्कूल अब तक ऊधम सिंह नगर नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में स्वीकृत होकर आपका कार्यकाल समाप्त होने तक प्रारंभ क्यों नहीं हुआ?