उत्तराखण्ड
भूमाफियाओं ने जिंदा आदमी को मृत दिखाकर हड़प ली जमीन, अब न्याय के लिए कमिश्नर के दरबार पहुंचा यह बुजुर्ग
हल्द्वानी में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के जनता दरबार में आज एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। यह मामला कोश्या कटौली तहसील का है।
यहां के रहने वाले हरि कृष्ण बुधलाकोटी जिन्हें तहसील और ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा फर्जी तरीके से 1980 में मृत घोषित कर दिया गया। मृतक घोषित होने के बाद उनकी नैनीताल के पंगोट स्थित जमीन को 2011 में कुछ भू माफियाओं ने खरीद ली है
अब हरि कृष्ण बुधलाकोटी जमीनी हक के लिए सरकारी ऑफिसों के चक्कर काट रहे हैं। सरकारी विभागों से निराश होकर शनिवार को बुधलाकोटी कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के दरबार में पहुंचे और उन्हें अपना दुखड़ा सुनाया। बताया कि रामनगर में तैनात वन विभाग के एक बड़े अधिकारी ने उनकी पंगोट स्थित 3 नाली जमीन को भूमाफियाओं से मिलकर खरीदा है। कोश्या कुटौली तहसील के कर्मचारियों की भी इसमें मिलीभगत है, उन्होंने इस संबंध में तहसील में भी मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन तहसीलदार भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनके डेथ सर्टिफिकेट को पंचायत के अधिकारी और तहसील के कर्मचारियों की मिलीभगत से बनाया गया है। उनकी समस्या पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने तहसीलदार कोश्या कुटौली को फोन किया और उनसे पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी,
नैनीताल जनपद हो या कुमाऊं मंडल के कोई अन्य जनपद इन दिनों लगातार भू माफियाओं का कब्जा होता जा रहा है गरीबों की जमीनों पर भूमाफिया लगातार सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से कब्जा करते जा रहे हैं कभी किसी जिंदा इंसान को मृत घोषित करके तो कभी की जमीन पर जबरन कब्जा करके ,ऐसे में आम आदमी क्या करेगा ,