उत्तराखण्ड
त्रिवेंद्र और तीरथ की लड़ाई के बीच आखिर क्यों कूदे हरक, जानिए किसका किया समर्थन…
हरिद्वार कुंभ में हुए फर्जी कोविड जांच रिपोर्ट का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी अब जुबानी जंग के मैदान में उतर आए है।
इससे पहले सरकार की किरकिरी होने पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत द्वारा यह कह कर मामले से पल्ला झाड़ा गया था, कि यह फर्जीवाड़ा उनके कार्यकाल का नही है, उन्होंने मार्च में पद संभाला था, जबकि कुंभ के सभी टेंडर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के समय में हुए थे। इस बात पर तीर अपने तरफ आता देख टीएसआर 01 ने भी तुरंत प्रतिक्रिया देने में देर नही की, मामले की निष्पक्ष जांच की बात कही। मामला इतना उलझ गया कि आरोपी एजेंसी हाईकोर्ट की शरण में जा पहुची है। अभी पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान मुख्यमंत्री की दलीलें खत्म नही हुई थी कि, समर्थन में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी आ गए, जिन्होंने त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि त्रिवेंद्र अब मुख्यमंत्री नही ‘बेचारा साधारण विधायक है’ बोलकर चुटकी ली। साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द जांच से साबित हो जाएगा कि दोषी आख़िर कौन है। हरक सिंह रावत पूरी तरह मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ खड़े दिखे।